Date: 01/06/2025 Sunday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
उत्तर प्रदेश
पंजाब
odisa
झारखण्ड
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
राजधानी
रांची
पटना
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
राजभवन के सामने दिव्यांगों ने पेंशन को लेकर किया प्रदर्शन
5/30/2025 1:23:28 PM IST
88
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Ranchi :
झारखंड दिव्यांग आंदोलन संघ के बैनर तले दिव्यांग कई महीनों से राजभवन के सामने धरना दे रहे हैं. जब भी किसी राजनीतिक दल या संगठन द्वारा राजभवन के सामने धरना दिया जाता है, तो ये दिव्यांग अपनी समस्याओं की ओर सबका ध्यान आकर्षित करने के लिए थाली और बाल्टी पीटना शुरू कर देते हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि सरकार और सरकार में शामिल सत्तारूढ़ दलों के नेताओं की संवेदना इतनी भी नहीं रही कि कम से कम इन प्रदर्शनकारी दिव्यांगों से बात कर लें.
क्या है दिव्यांगों की मांग
राजभवन के सामने लगातार धरना दे रही झारखंड दिव्यांग आंदोलन संघ की कुमारी जिन्नाह आक्रोश भरे लहजे में कहती हैं कि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ दल ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि वह राज्य के दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाकर 2500 रुपये करेगी, लेकिन सत्ता में आने के बाद झामुमो दिव्यांगों से किया वादा भूल गई. 2024 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादे के अनुसार सरकार मंईयां सम्मान योजना के तहत सामान्य महिलाओं को 2500 रुपए प्रतिमाह दे रही है. वहीं हम जैसे दिव्यांगों को जो ज्यादा जरूरतमंद हैं, उन्हें 1000 रुपए दिए जा रहे हैं और वह भी कई महीनों के बाद. सरकार को चाहिए कि राज्य के सभी दिव्यांगों (महिला+पुरुष) को 2500 रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाए.
दिव्यांगों ने पेंशन को लेकर किया प्रदर्शन
राजभवन के सामने प्रदर्शन कर रहीं जिन्नाह और उनके जैसे अन्य दिव्यांगों ने कहा कि भगवान ने हमें पिछले जन्म के पापों या किसी गलती की सजा के तौर पर दिव्यांग बनाया है, लेकिन मौजूदा सरकार हमें उससे भी बड़ी सजा दे रही है. कुमारी जिन्नाह ने सवालिया लहजे में कहा कि यह कैसा न्याय है कि एक ही घर में 50 साल से कम उम्र की दो बहुओं में से एक विधवा है तो उसे मात्र 1000 रुपये मिलेंगे और उसी घर में दूसरी बहू जो सुहागिन है तो उसे सरकार 2500 रुपये देगी. यह उल्टी गंगा बहाने जैसा है.
दिव्यांगों ने कहा कि सरकार की भूमिका घर के अभिभावक की तरह होनी चाहिए. जिसे ज्यादा सहारे की जरूरत है उसे ज्यादा मदद मिलनी चाहिए, लेकिन हमारे राज्य में सब उल्टा है. आंदोलनकारी दिव्यांगों ने कहा कि राज्य की मंईयां, दिव्यांग भी हैं, विधवा भी हैं फिर उनके साथ यह अन्याय क्यों?
समस्याओं का जल्द होगा समाधान-झामुमो
राजभवन के समक्ष धरना दे रहे राज्य के दिव्यांगों के तीखे सवालों और 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान झामुमो के घोषणापत्र में दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाने का जिक्र किए जाने का झामुमो की ओर से जवाब दिया गया. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष हेमंत सोरेन बहुत गंभीर व्यक्ति हैं. किसी भी दिव्यांग को निराश होने या धैर्य खोने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार दिव्यांगों की समस्याओं से अवगत है और जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा.
कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
उपायुक्त ने की निलाम पत्र वाद की समीक्षा बैठक
#
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तंबाकू युक्त पदार्थों का सेवन न करने की ली गई शपथ
#
उपायुक्त ने बैठक करके की विभिन्न सीवरेज परियोजनाओं की समीक्षा
#
बिहार में प्रशासनिक फेरबदल, बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला,अरविंद कुमार वर्मा बने मुंगेर डीएम
#
कृषि विज्ञान केंद्र में खरीफ फसलों की तकनीक एवं प्राकृतिक खेती पर जागरूकता अभियान
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
महाकुंभ से स्नान कर लौट रहे युवक की सड़क दुर्घटना में मौत ,माता-पिता घायल
#
विश्व यक्ष्मा दिवस पर निकली जागरूकता रैली
#
दहेज के खातिर पति ने नव विवाहिता की गला घोट कर दी हत्या
#
धड़ाम धुड़ुम व अपराध से परे राज्य का पहला बुक लाइब्रेरी जमशेदपुर में गोलमुरी पुलिस लाइन में
#
प्रेम विवाह को शादी का अंजाम देने का एक महत्वपूर्ण स्थान बना धनबाद का SNMMCH अस्पताल