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मंदिर प्रांगण से हटाने के विरोध में  पंडा कमेटी के लोगों हुए उद्वेलित 

7/14/2025 6:36:35 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Jahanabad  : पूरे देश में जहां सावन के प्रथम सोमवारी को लेकर शिव मंदिरों में बाबा भोले शंकर के जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है। वहीं जहानाबाद के ऐतिहासिक वाणावर स्थित पहाड़ी पर बाबा सिद्धनाथ के मंदिर के तलहटी में पंडित समिति के लोगों के द्वारा मौन रखकर प्रशासनिक व्यवस्था का विरोध किया जा रहा है। प्रशासन के द्वारा बीते वर्ष घटी घटना के बाद जिस तरह से पंडा कमेटी के लोगों को मंदिर प्रांगण से हटाकर पहाड़ के तलहटी में भेज दिया गया है। इसका पंडा समिति के द्वारा जोरदार विरोध किया जा रहा है। पंडा समिति के लोग पाताल गंगा में एकजुट होकर पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्था का विरोध जाता रहे थे। पांडा कमेटी के लोग मौन थे लेकिन प्रशासन के प्रति आक्रोश उनके चेहरे पर साफ नजर आ रहे थी। समिति के लोगों का कहना था कि हम लोगों के पूर्वजों के द्वारा पिछले कई वर्षों से बाबा सिद्धनाथ के पूजा अर्चना करने के लिए जल का संकल्प फूलमाला के साथ कराया जाता था। सनातन धर्म में भी मान्यता है कि जलाभिषेक से पहले जल का संकल्प आवश्यक है लेकिन जहानाबाद के पुलिस प्रशासन के द्वारा जल का संकल्प कराने वाले तमाम पंडा को मंदिर प्रांगण से हटा दिया गया है । हम लोग स्थानीय पंडा है लेकिन हम लोगों की बात को पुलिस प्रशासन के लोग नहीं मान रहे हैं। हम लोग मांग करते हैं कि जैसे पहले व्यवस्था था उस व्यवस्था को लागू किया जाए। प्रशासन के द्वारा अपनाए गए इस रवैया से श्रद्धालुओं में भी काफी नाराजगी देखी गई। जलाभिषेक करने से पहले जल का संकल्प कराना चाहिए। जल का संकल्प ब्राम्हण लोग ही कराते हैं लेकिन हम लोगों को संकल्प कराने के लिए मंदिर में पंडित लोग के नहीं है। पंडा समिति के लोगों ने कहा कि प्रशासन के इस रवैया के कारण हम लोगों के रोजी रोजगार पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इतना ही नहीं कई श्रद्धालु भी हम लोगों के मंदिर में नहीं रहने से काफी मायूस है। इस संबंध में जिलाधिकारी का कहना है कि पिछले साल घटी घटना के बाद इस वर्ष बाहरी जो पंडा है उन लोगों को मंदिर से हटाया गया है। जो मंदिर के स्थानीय पंडा है। उन्हें नहीं हटाया गया है। जिन पंडा समिति के लोगों को मंदिर से हटाया गया है । अब सवाल यह उठता है कि हटाए गए पंडा समिति के लोगों का कहना है कि हम लोग स्थानीय हैं और हम लोगों को हटाया गया है। ऐसी स्थिति में जिलाधिकारी सही बोल रहे हैं या पंडा समिति सही बोल रहे हैं यह तो जांच का विषय है। लेकिन पांडा समिति के लोगों को मंदिर से हटाए जाने के बाद समिति के लोगों ने जिलाधिकारी से इस पर विचार करने की गुहार लगाई है।
 
 
जहानाबाद से कोयलांचल लाइव के लिए पंकज कुमार की रिपोर्ट