Date: 10/08/2025 Sunday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
चिकनगुनिया में हड्डियों में इतना दर्द क्यों होता,जानें एक्सपर्ट से
8/9/2025 12:58:04 PM IST
23
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By - Saba Afrin
चिकनगुनिया एक वायरल संक्रमण है, जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है. यह वही मच्छर है जो डेंगू और जीका वायरस भी फैलाता है. चिकनगुनिया का वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश करके इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है. ये बीमारी आमतौर पर बारिश के मौसम में ज्यादा फैलती है, जब मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है. संक्रमित व्यक्ति को बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, त्वचा पर रैशेज और सिरदर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं. यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे नहीं फैलता, बल्कि मच्छर के ज़रिए ही ट्रांसमिट होती है. इसका वायरस शरीर में सूजन और इन्फ्लेमेशन पैदा करता है, जिससे शरीर कई तरह की रिएक्शन देने लगता है।
चिकनगुनिया संक्रमण शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन इसका सबसे आम और परेशान करने वाला लक्षण है जोड़ों और हड्डियों में दर्द. मरीज को तेज बुखार के साथ-साथ हाथ, पैर, घुटनों, कंधों और पीठ में असहनीय दर्द महसूस होता है. कई बार ये दर्द महीनों तक बना रह सकता है, जिससे चलना-फिरना और रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो जाता है. कुछ लोगों को त्वचा पर लाल चकत्ते, थकावट, आंखों में जलन और मतली जैसी समस्याएं भी होती हैं. लेकिन जो बात सबसे ज्यादा पीड़ा देती है, वह है हड्डियों और जोड़ों का सूजनयुक्त दर्द, जो धीरे-धीरे क्रॉनिक बन सकता है. आइए समझते हैं कि चिकनगुनिया में यह दर्द क्यों होता है और इसका शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।
चिकनगुनिया की वजह से हड्डियों में दर्द क्यों होता है?
दिल्ली MCD में डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि चिकनगुनिया वायरस जब शरीर में प्रवेश करता है, तो यह सीधे इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है और जोड़ों व हड्डियों में सूजन पैदा करता है. यह सूजन ही दर्द का मुख्य कारण बनती है. वायरस शरीर की इम्यूनिटी को इस हद तक एक्टिव कर देता है कि वह अपने ही टिश्यूज़ पर हमला करने लगती है, जिससे इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स होता है. यह प्रक्रिया जोड़ों के आसपास के तरल पदार्थ को प्रभावित करती है, जिससे चलने-फिरने या अंग हिलाने में दर्द होता है.
कुछ मामलों में यह दर्द हफ्तों या महीनों तक रह सकता है, जिसे पोस्ट वायरल आर्थराइटिस कहा जाता है. चिकनगुनिया का वायरस हड्डियों के भीतर के टिशूज़ में सूजन और जकड़न बढ़ा देता है. यही कारण है कि बुखार उतर जाने के बाद भी हड्डियों और जोड़ो का दर्द लंबे समय तक बना रह सकता है. जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है या जिन्हें पहले से गठिया जैसी समस्या हो, उन्हें यह दर्द ज्यादा तकलीफ देता है.
कैसे करें बचाव?
.
मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें.
.
घर और आसपास पानी जमा न होने दें.
.
मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट और कॉइल का इस्तेमाल करें.
.
घर में दरवाजों और खिड़कियों पर मच्छरदानी या नेट लगाएं.
.
बारिश के मौसम में सुबह-शाम मच्छरों से विशेष सावधानी बरतें.
.
बुखार और दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
वाह वाह क्या बात है : सदर अस्पताल धनबाद में 45 वर्षीय विंध्यवासिनी देवी का हिस्टेरेक्टोमी का हुआ सफल ऑपरेशन
#
जंगली मशरूम खाकर नौ भर्ती : बीमारों में एक ही परिवार के 6 सदस्य शामिल
#
जहानाबाद में डायरिया की कहर से तबाही जारी,कई उतरें मौत के घाट, कुछ हैं अभी भी बीमार
#
जहानाबाद में डायरिया ने बरपाया कहर , बच्ची की मौत सहित दर्जनों हुए संक्रमित
#
महामारी का रूप ले रही है जहानाबाद में डायरिया, बच्ची की मौत ,बनी दहशत का माहौल
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
सुंदरनगर रेलवे फाटक के सामने अवैध रूप से बसें लोगों के घरों पर चली बुलडोजर
#
नीट के रिजल्ट में राजकमल के दो विद्यार्थियों ने पायी जोरदार सफलता
#
की गई माता की पूजा अर्चना, विधायक सरयू राय रहे मुख्य अतिथि
#
दो मालगाड़ियों की जबरदस्त टक्कर, 15 से अधिक डिब्बे क्षतिग्रस्त
#
मेमको मोड़ नालंदा कॉटेज में बढ़ गया है आवारा कुत्तों का आतंक