Date: 15/10/2025 Wednesday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए में घर का भेदी लंका ढाहे की स्थिति ?
9/23/2025 4:48:27 PM IST
60
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad :
एक कहावत है "घर का भेदी लंका ढाए " जी हां विशेष कर राजनीतिक में यह कहावत चरितार्थ होते रही है। यही स्थिति बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों महत्वपूर्ण गठबंधन एनडीए और इंडिया गठबंधन की बीच चल रही है । कलह दोनों ओर है फर्क यह है कि एनडीए के बीच चल रही जंग बाहरी से है अर्थात बागी बन जदयू के ही पूर्व नेता प्रशांत किशोर से है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा जदयू के सर्वमान्य नेता मानस पुत्र कहे जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी के ऊपर 200 करोड़ काला धन एकत्रित करने का आरोप लगाया है । हालांकि महत्वपूर्ण बात यह है कि जदयू में रहते प्रशांत किशोर को ऐसे मुद्दे क्यों नहीं मिले ? और अब इसे हथकंडा बनाकर वह क्या साबित करना चाहते हैं ? जहां तक बिहार में नीतीश के सुशासन सरकार की बात है तो इसमें कहीं भी संदेह नहीं कि लालू राज से वर्तमान में बिहार की तस्वीर और तकदीर बदली है। बिहार में काफी कार्य हुए हैं जिसके आधार पर एक बार पुनः वापसी के लिए नीतीश सरकार दावेदार जरूर है । और उन्हें लांछन लगाने से पहले खुद को शीशे में झांकने की जरूरत है। और राजनीति में काला धन एकत्रित करना कोई बहुत आश्चर्य की बात नहीं। क्योंकि ऐसी पुरानी इतिहास रही है । लेकिन सवाल यह है कि उक्त काला धन आखिर किस मार्फत सामने आया है और प्रशांत किशोर अगर इसे बाहर ही करना चाहतें है तो इस मामले में ठोस सबूत के साथ बार करें । तो हो सकता है कि इससे एनडीए को थोड़ी परेशानी बढ़े वरना ऐसे आरोप सतह पर बैठ नहीं पाते। ऐसे मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार रावण और अशोक चौधरी विभीषण नहीं बनेंगे तथा इस प्रकार के आरोप से प्रशांत किशोर वोट कटवा से सत्ताधारी नेता नहीं बन जाएंगे। इस प्रकार के आरोप लगाने से पहले उन्हें जनता के बीच ठोस सबूत के साथ आना होगा। लालू शासन से नीतीश शासन हर हाल में बेहतर रहा है और आगे भी रहने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोई नई भूमिका के नेता नहीं है बल्कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से लेकर प्रांतीय मंत्रिमंडल तक उन्होंने अपनी पहचान बनाई है और आगे भी बताने का दमखम रखते हैं।
उमेश तिवारी कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
प्रणव यादव का टिकट काटकर पुराने और समर्पित कार्यकर्ता कुमार प्रणय पर भरोसा जताया
#
आरा से भाकपा माले नेता कयामुद्दीन अंसारी ने किया नामांकन दाखिल
#
सकलदेव बिंद ने तारापुर विस से कराया VIP पार्टी से नामांकन
#
त्रिविक्रम नारायण सिंह औरंगाबाद सदर सीट से भाजपा उम्मीदवार
#
अन्तः भाजपा ने बिहार विधान सभा चुनाव के लिए जारी कर दी अपनी प्रत्याशियों के नाम की सूचि
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
भतीजे ने चाचा को पेट में मार चाकू, इलाज के लिए तुरंत रेफर किया गया
#
बांग्लादेश में बच्चियों के लिए दर्दनाक गुजर रहा 2025,यौन शोषण के मामले 75 प्रतिशत बढ़े
#
यातायात नियमों के प्रति जागरूकता पर विशेष सड़क सुरक्षा अभियान शुरू, मिल रही है वाहनों से जमकर जुर्मना
#
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने जमशेदपुर पहुंचे, भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
#
भारत बनाम साउथ कोरिया, आज हॉकी एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला