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और रेलवे स्टेशन से खिसकते खिसकते धनबाद का बस स्टैंड जा रहा है बाघमारा ?

9/29/2025 1:35:29 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad : धनबाद का बस स्टैंड बाघमारा ले जाने का आखिर औचित्य क्या है ? क्या धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो बाघमारा से हैं सिर्फ इसलिए या उनके भाई शत्रुघ्न महतो बाघमारा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति कर रहे हैं इसलिए ? इसका जवाब धनबाद की जनता को कौन देगा ? महज थोड़ी रकम खर्च करके बस पकड़ने वाले धनबाद की यात्री रेलवे स्टेशन उतरने के बाद क्या अब बस पकड़ने के लिए बाघमारा जाएंगे ? इस ज्वलंत मुद्दे पर कोई भी राजनीतिक दल की नींद अब तक नहीं खुली ,ऐसे सोये स्थिति में धनबाद का बस स्टैंड रेलवे स्टेशन से खिसकते खिसकते बाघमारा पहुंचाने जा रहा है और तमाम राजनीतिक दल सोए हुए हैं । इस प्रकार का  निर्णय आखिर किस स्थिति में लिया जा रहा है यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जिस पर सभी मौन है । लंबी लड़ाई लड़ने के बाद धनबाद में विश्वविद्यालय खुलना लेकिन वह भी ऐसे समय में जबकि इसकी जरूरत लंबे समय से धनबाद को थी और बगल में आईआईटी (आईएसएम) तथा डीजीएमएस तथा सीएमपीएफ जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएं स्थित हो। इसके बावजूद विश्वविद्यालय के लिए  निर्णय लेने में इतना विलंब आखिर क्यों हुआ ? रांची विश्वविद्यालय से टूटकर हजारीबाग में विनोबा भावे विश्वविद्यालय की स्थापना हो गई लेकिन। ऊर्जा उत्प्रेरक के दृष्टिकोण से राष्ट्र में आर्थिक आय के लिहाजन धनबाद को कोयला राजधानी बनाने वाला धनबाद इस मामले में चुपचाप टकटकी लगाए रहा । लेकिन काफी राजनीतिक के बाद धनबाद में अन्तः विश्वविद्यालय तो खुल गया । लेकिन रेलवे स्टेशन के पास से खिसकता हुआ धनबाद का बस स्टैंड अब 32 किलोमीटर दूर बाघमारा जाने की तैयारी में है । यह दुर्भाग्य है धनबाद की इस धरती का और यहां राजनीति करने वाले महानुभावों का ? आमतौर पर बस स्टैंड का उद्देश्य होता है रेलवे स्टेशन से ट्रेन से उतरने के बाद बगल में स्थित स्टैंड में बस पकड़ने की। अगर नजर दौड़ाई जाय  तो पाएंगे कि सिर्फ झारखंड हीं नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी यही कांसेप्ट है । आखिर कौन सी कयामत आ गई कि आज धनबाद जिला प्रशासन को यहां की बस स्टैंड को बाघमारा भेजना पड़ रहा है ? अगर ऐसा हुआ तो धनबाद की जनता चुप नहीं बैठने वाली। ऐसे में इसे प्रशासन हल्के में ले। जो धनबाद एयरपोर्ट के लिए लंबी लड़ाई लड़ रही धनबाद की जनता इस मामले में मौन नहीं बैठने वाली। इस मुद्दे पर इस पर कद का एहसास धनबाद के सांसद हो या विधायक दोनों को ही हो जाएगा ? एक मात्र धनबाद में एयरपोर्ट न होने का कितना नुकसान धनबाद कोयलांचल को हुई है , यह बात यहां के प्रबुद्ध लोग अच्छी तरह से जानतें हैं। इस मामले उक्त निर्णय के धरातल पर उतरने से पहले कम से कम यहां के सांसद और विधायक की नींद  जरूर खुल जानी चाहिए। बरना "तब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत " जब यहां से बस स्टैंड  32 किलोमीटर दूर बाघमारा चला जाएगा तो उससे फायदा किसको होगा आर्थिक रूप से कमजोर यहां की आम जनता को या बाघमारा से विधायक होते हुए सांसद तक पहुंचने वाले राजनीतिज्ञों को ?   
 
 
 
उमेश तिवारी कोयलांचल लाइव डेस्क