Date: 29/12/2025 Monday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
HIMACHAL PARADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
जनजातीय "हो" भाषा को लेकर ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी ने किया धरना प्रदर्शन
10/31/2025 6:47:08 PM IST
100
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By - Vikash
jamshedpur :
ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी की ओर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह धरना जनजातीय हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आयोजित गया था। देश भर में 50 लाख से ज़्यादा लोग अपने रोज़मर्रा के संचार में हो भाषा का इस्तेमाल करते हैं। जनजातीय "हो" भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने हेतु आज दिल्ली के जंतर मंतर में विशाल धरना प्रदर्शन किया गया, धरना प्रदर्शन में झारखण्ड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम के हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लिया। ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरा बिरुली ने कहा की जनजातीय "हो" भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए लगातार कई वर्षों से राज्य सरकार और केन्द्र सरकार से अनुरोध किया गया है, लेकिन किसी ने अब तक पहल नहीं किया, हम पिछले तीन दशकों से हो भाषा की संवैधानिक मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हैं, संसद सदस्यों से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष और यहाँ तक कि राष्ट्रपति महोदय से कई बार मिल कर ज्ञापन सौंपा गया है।
For Blood Collection Call – 9263147030
विज्ञापन
इस मुद्दे को कई बार लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष -विपक्ष के सांसदों के द्वारा माँग को रखा गया है यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतनी बड़ी जनजातीय आबादी अपनी मातृभाषा की रक्षा और संरक्षण के संवैधानिक अधिकार से वंचित है, जबकि कम बोलने वाली आबादी और सीमित साहित्य विकास वाली कई भाषाओं को पहले ही आठवीं अनुसूची में शामिल किया जा चुका है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि संवैधानिक मान्यता हो भाषा, साहित्य और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में मदद करेगी, जिससे भारत की भाषाई विविधता और जनजातीय विरासत मजबूत होगी। हमें उम्मीद है कि जनजातीय हो भाषा को जल्द ही भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में अपना उचित स्थान मिलेगा।
जमशेदपुर से कोयलांचल लाइव के लिए बिनोद केसरी की रिपोर्ट
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
टेलीफोन विभाग का गांव जहां निवास करते है 80 लोग ..
#
हाड कांपती ठण्ड में जरूरतमंद लोगों के बीच पहुंचा मसौढ़ी अनुमंडलीय पत्रकार यूनियन, कंबल वितरण कर लिखा नया आयाम
#
राष्ट्पति के कार्यक्रम को लेकर किया गया मॉक ड्रिल, जानिए क्या है पूरा शेड्यूल
#
राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर डीसी और एसएसपी ने दंडाधिकारियों को दिए निर्देश!
#
भारत सरकार के रैंकिंग ऑफ़ पुलिस स्टेशन 2025 के सर्वे रिपोर्ट में सरायकेला खरसावाँ का चौका थाना ने मारी बाजी,पुरे देश में मिला चौथा स्थान
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
जनजातीय "हो" भाषा को लेकर ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमिटी ने किया धरना प्रदर्शन
#
दाखिल खारिज के नाम पर घूस लेते डाटा ऑपरेटर सतीश चढ़ा निगरानी विभाग के हत्थें
#
सकलदेव बिंद ने थामा बीजेपी का हाथ, तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
#
बडगाम में दिल दहला देने वाला सड़क हादसा: एक ही परिवार के चार सदस्य की मौत, 11 गंभीर घायल...
#
प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी हूंकार, भाजपा प्रत्याशियों के साथ साझा किया मंच