Date: 10/08/2025 Sunday ABOUT US ADVERTISE WITH US Contact Us

बाढ़ पीड़ितों की आवाज बन भाकपा-माले ने दी आरा जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना

7/26/2025 4:47:30 PM IST

54
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Ara  :भोजपुर जिले में भाकपा-माले के नेतृत्व में सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने आरा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया।धरना के संचालन भाकपा माले जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रितम ने किया । प्रदर्शनकारियों में शाहपुर, बड़हरा, कोइलवर और आरा मुफस्सिल क्षेत्र के लोग शामिल थे। धरना में शामिल भाकपा राज्य कमिटी सदस्य क्यामुदीन अंसारी , आरा मुफसिल सचिव विजय ओझा,साहपुर प्रखंड सचिव हरेन्द्र जी, कोईलवर प्रखंड सचिव विष्णू ठाकुर, बडहारा प्रखंड सचिव नंद जी , एपवा नेत्री इंदु जी और संगीता सिंह,आरा नगर सचिव सुधीर सिंह ,एरिया सचिव रणधीर राणा सहित सैकडों कार्यकर्ता शामिल हुए ।उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि इन इलाकों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए और प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान की जाए।प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के अनुपस्थिति में डीडीसी को एक ज्ञापन सौंपा।  जिसमें उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को रखा। इन मांगों में शाहपुर के जवईनिया के विस्थापितों को 5 डिसमिल जमीन और पक्का मकान उपलब्ध कराना, जीविका समेत तमाम तरह के कर्ज माफ करना, बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत कराना और बाढ़ के बाद बीमारियों से बचाव के लिए दवाइयों का छिड़काव और मेडिकल कैंप लगाना शामिल है। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने चलंत शौचालय,कंक्रीट ठोकर बांध बनवाने , किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा, अगली फसल के लिए खाद-बीज मुहैया कराने, बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची में सुधार करने, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराने की भी मांग की। उन्होंने गंगा नदी के कटाव से प्रभावित गांवों को बचाने के लिए ठोकर बांध बनाने और गंगा नदी के किनारे बने पुराने बांधों की मरम्मत कराने की भी मांग की।प्रदर्शनकारियों ने मांग रही  कि बाढ़ से जिन गरीबों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें आवास मुहैया कराया जाए। और बेरोजगार मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया जाए। धरना को संबोधित करते हुए आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि सरकार एक तरफ बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाती है और जब बाढ़ आ जाती है तो राहत कार्य चलाने की खानापूर्ति करती है। आरा सांसद ने कहा कि जगह-जगह लोग कह रहे हैं कि उनके पास राहत में कुछ भी नहीं पहुंचा। अधिकारी बोल रहे हैं सब कुछ दिया जा रहा है। इसलिए हमारी मांग है कि बाढ़ राहत घोटाले की जांच की जाए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। भाकपा-माले नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं तो वे उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
 
 
आरा से कोयलांचल लाइव के लिए आशुतोष पांडेय की रिपोर्ट