Dhanbad: संगमनगरी प्रयागराज में बड़ा हादसा हुआ है, जहां संगम तट पर बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई और इस घटना में 14 लोगों की मौत हो गयी। इस हादसे में 100 से अधिक श्रद्धालु जख्मी बताए जा रहे हैं। हालांकि, प्रशासन ने इस संबंध में अबतक कोई जानकारी नहीं दी है। मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई. अत्यधिक भीड़ के दबाव के कारण बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. इस घटना में 14 लोगों की मौत होने की खबर है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालांकि इसे लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। घटना के तुरंत बाद प्रशासन और पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया. वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक भीड़ बढ़ने की वजह से यह हादसा हुआ है.रात 2 बजे से भीड़ उमड़ी, बैरिकेडिंग टूटने से मची भगदड़। जानकारी के अनुसार, देर रात करीब 2 बजे संगम तट पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच गए थे. इसी दौरान बैरिकेडिंग का एक हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई. स्थिति तेजी से बिगड़ने लगी और लोग इधर-उधर भागने लगे. कई श्रद्धालुओं के सामान गिरने से अव्यवस्था और बढ़ गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि संभलने का मौका ही नहीं मिला. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, हम आराम से जा रहे थे, लेकिन अचानक भीड़ बढ़ने लगी. धक्का-मुक्की होने लगी और देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई. बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई जगह नहीं थी. इस दौरान कई लोग गिर पड़े और कुछ घायल भी हो गए। उसी में धक्का मुक्की होने लगी, जिसके बाद यह हादसा हुआ. प्रशासन ने दिए जांच के आदेश- भगदड़ के बाद प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कदम उठाए हैं. श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. पुलिस पूरे क्षेत्र में कड़ी निगरानी रख रही है ताकि ऐसी कोई और घटना न हो.घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं. संगम क्षेत्र में पहले से मौजूद फायर सर्विस का ऑल-टेरेन व्हीकल राहत कार्य में लगाया गया, जिससे कई घायलों को सुरक्षित निकाला गया. मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) भरतेंदु जोशी ने बताया कि इस वाहन की मदद से बचाव अभियान तेजी से चलाया गया और घायलों को तुरंत एंबुलेंस तक पहुंचाया गया.मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर भारी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे. सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगा रखी थी, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. पुलिस और सिविल डिफेंस के जवानों ने पूरी कोशिश की कि बैरिकेडिंग से भीड़ को नियंत्रित किया जाए, लेकिन श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या के कारण यह संभव नहीं हो सका. 14 जनवरी से 26 फरवरी के बीच चलने वाले महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पर्व पर रात से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है। गंगा और संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालु रात से ही लाइनों में लगे हुए है। अपने सामान के साथ भारी संख्या में लोग घाट पर स्नान के लिए पहुंचे देखे जा सकते है।
कोयलांचल लाइव डेस्क
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