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"केमिकल और बायोकेमिकल इंडस्ट्री मीट" पर IIT (ISM) धनबाद में एक दिवसीय संगोष्ठी में हुई कई महत्वपूर्ण चर्चा 
 

5/3/2025 4:49:57 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dhanbad  : शैक्षणिक संस्थानों व  उद्योगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, IIT (ISM) धनबाद के रसायन विज्ञान और रासायनिक जीवविज्ञान विभाग ने एक दिवसीय संगोष्ठी "केमिकल और बायोकेमिकल इंडस्ट्री मीट" का आयोजन किया। कार्यक्रम में रासायनिक और जैव-रासायनिक क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने की पहल हुई। उद्देश्य था मौजूदा रुझानों, भविष्य की जरूरतों और उद्योगों की चुनौतियों पर चर्चा करना और यह समझना था कि अकादमिक ज्ञान को वास्तविक जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है।  विभागाध्यक्ष प्रो. पार्थसारथी दास ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि कि शिक्षा और उद्योग के बीच तालमेल बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, “यह संगोष्ठी केवल ज्ञान साझा करने का मंच नहीं है, बल्कि यह छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए यह जानने का मौका है कि उद्योग को किस तरह की विशेषज्ञता की जरूरत है। हमने प्रबंधन और CDMO (कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन) क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी बुलाया है ताकि आपूर्ति श्रृंखला और उत्पाद विकास को समझा जा सके।”कार्यक्रम में बतौर  मुख्य अतिथि और IIT (ISM) धनबाद के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने नवाचार (innovation) में वैज्ञानिक चर्चा की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “वैज्ञानिक बहस से शोध को बढ़ावा मिलता है और वही शोध समाज की जरूरतों के अनुसार उत्पादों के विकास तक पहुंचता है। आज की जरूरत है कि हम समाज और नवाचार के बीच की दूरी को पाटें।” संगोष्ठी की शुरुआत के बारे में चर्चा करते हुए प्रो. स्वप्न दे ने कहा कि इसका विचार इस साल फरवरी में आयोजित संस्थान के वार्षिक एलुमनी मिलन ‘बसंत 2025’ के दौरान हुए इंडस्ट्री-इंस्टिट्यूट इंटरेक्शन सत्र में आया था। कार्यक्रम का समापन संवादात्मक सत्रों के साथ हुआ, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और उद्योग प्रतिनिधियों ने फार्मास्युटिकल नवाचार से लेकर पर्यावरणीय समाधानों तक विभिन्न विषयों पर खुलकर चर्चा की। यह संगोष्ठी संस्थान की सहयोगात्मक विकास और व्यावहारिक अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।
 
 
उमेश तिवारी कोयलांचल लाइव डेस्क