Date: 07/08/2025 Thursday ABOUT US ADVERTISE WITH US Contact Us

सावन के अंतिम पड़ाव पर भोलेनाथ की आस्था चढ़ी शिव पहाड़ पर 

8/6/2025 3:59:03 PM IST

35
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Dumka : सावन का पावन महीना अब अपने अंतिम पड़ाव पर है लेकिन भक्तों की आस्था भोलेनाथ में हमेशा रहती है। और इसी  सावन महीने में समुद्र मंथन हुआ था और हलाहल विष को भगवान शिव अपने गले में गटक गयें ताकि आम आवाम सुरक्षित रहे। भोलेनाथ के इसी पीड़ा को कम करने के लिए जलाभिषेक करने की मान्यता है और यही वजह है कि हर भक्त सावन के महीने में अपने अपने तरीके से भोलेनाथ को जलाभिषेक करते हैं। इसी कड़ी में दुमका शिव पहाड़ के लोगों ने शिव पहाड़ मंदिर में आस्था पूर्वक जल चढ़ाया । इधर दुमका के पुसारो नदी से स्नान ध्यान करके संकल्प के साथ यह रामायण समिति लगभग पांच किलोमीटर पैदल कांवर लेकर पहाड़ी चट्टान पर मौजूद नागेश्वरनाथ के मंदिर शिव पहाड़ पहुंचा। महिलाओं का यह जत्था पिछले तीन साल से यह कार्यक्रम आयोजित करते आ रही  है ताकि सबका कल्याण हो विश्व का कल्याण हो । भगवान शिव यानि भोलेनाथ तो कण कण में निवास करते हैं। किसी की आस्था सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर और बासुकीनाथ धाम में है तो किसी की आस्था हर उस मंदिर में है जहां भोलेनाथ निवास करते हैं । हर शिवालय की अपनी अपनी कथा है और भोलेनाथ का किसी न किसी रूप में चमत्कार हुआ है और आस्था का यही मूल जड़ भी है। इसी वजह से जो लोग दूर दराज के शिवालय की यात्रा नहीं कर पाते हैं वो कथावाचक प्रदीप मिश्रा से प्रेरित होकर अपने आस पास के नदी या तालाब से जल भरकर पूरी निष्ठा के साथ शिवालय पहुंचते हैं। आज उसी का यह नजारा देखने को मिला कि महिलाएं नाचते गाते अपने आराध्य बाबा शिवपहाड़ के मंदिर पहुंची और यहां जलाभिषेक किया ।भगवान शिव औघड़ दानी हैं इनकी कृपा से ऐसी ऐसी चमत्कार हुई है जो अविश्वस्नीय है और यही वजह है कि सावन के महीने में भक्त अलग अलग रंग रूप में आस्था और विश्वास के साथ अपने महादेव को याद करते हैं । कहा भी गया है कि मन चंगा तो कठौती में गंगा , और कण कण में भोलेनाथ का निवास है वह तो एक लौटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं चाहे वह नदी का हो या तालाब का । कैंसर पीड़ित पूनम भगत भी इस बात का उदाहरण हैं कि भोलेनाथ की कृपा से आज ये कैंसर से लड़ाई जीत गई हैं और भक्त पिंकी गुप्ता का तो भोलेनाथ की कृपा से जीवन धन्य हो गया है इसी वजह से यह अटूट आस्था है और रामायण सेवा समिति इस कावर यात्रा करते आ रहा है ।जिस तरीके से गंगा धाम से बाबा धाम तक बोल बम के ज्यकारे गूंज रहे हैं वैसे ही आज दुमका की सड़क पर यह महिला जत्था बोल बोल के नारे से पूरे शहर को भक्तिमय कर दिया । बोल बम में लोगों का अटूट विश्वास है यह शब्द ही शक्तिमान है । खासकर शिवपहाड़ में स्थित भोलेनाथ की भी अद्भुत चमत्कार है और यहां जो भी भक्त पूरी निष्ठा से बाबा का पूजा अर्चना करते हैं उनकी भी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।
 
 
दुमका से कोयलांचल लाइव के लिए विजय तिवारी की रिपोर्ट