Date: 10/12/2025 Wednesday
ABOUT US
ADVERTISE WITH US
Contact Us
Koylanchal Live
बड़ी खबरें
देश प्रदेश
राज्य
MUMBAI
महाराष्ट्र
राजस्थान
गुजरात
उत्तराखंड
पश्चिम बंगाल
तमिलनाडु
ओडिशा
पंजाब
झारखण्ड
उत्तर प्रदेश
जम्मू कश्मीर
दिल्ली
आंध्र प्रदेश
बिहार
छत्तीसगढ़
MADHYA PRADESH
HIMACHAL PARADESH
राजधानी
रांची
पटना
लखनऊ
राजनीति
अपराध जगत
स्पोर्ट्स
वर्ल्ड न्यूज़
बिज़नेस
इंटरटेनमेंट
कोयलांचल लाइव TV
फोटो गैलरी
नेपाली मूल की बिहार में 3 लाख बहु समेत अन्य मतदाताओं को निर्वाचन आयोग की नोटिस
9/1/2025 7:02:19 PM IST
111
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Kishanganj :
नेपाल से शादी कर भारत आईं कई महिलाएं इन दिनों नागरिकता को लेकर समस्या बन गईं हैं। इनके लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर गौर फरमाने की जरूरत है। निर्वाचन आयोग ने बिहार में करीब 3 लाख मतदाताओं को नोटिस भेजा है जिसमें किशनगंज की नेपाली मूल की बहुएं भी शामिल हैं। इन महिलाओं को अपने मतदाता पहचान पत्र के लिए दस्तावेज साबित करने को कहा गया है। किशनगंज में नेपाल से शादी कर आई महिलाओं को मतदाता सूची से हटाने की कार्रवाई ने हड़कंप मचा दिया है। निर्वाचन आयोग की सख्ती ने ऐसे नागरिकों की चिंता और परेशानी बढ़ा दी है। दरअसल, बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) ने मतदाता सूची में विसंगतियों को पकड़ा है। किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिलों में नेपाल से शादी कर आई महिलाएं रहती हैं, लेकिन अब यह मुद्दा गंभीर हो गया है। इन महिलाओं के पास सभी वैध दस्तावेज होने के बावजूद पुराने रिकॉर्ड, जैसे- माता-पिता के 2003 के मतदाता सूची प्रमाण की कमी के कारण उन्हें सूची से हटाने की कार्रवाई हो रही है। निर्वाचन आयोग ने सात दिनों के भीतर दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया है।
नेपाल के पाठामारी की रहने वाली मुनिया की शादी 2011 में भातगांव के वार्ड नंबर 08 के बेचना मांझी से हुई थी। उनके पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता और निवास प्रमाण पत्र जैसे सभी भारतीय दस्तावेज हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग उनकी मां के दस्तावेज मांग रहा है। ठाकुरगंज प्रखंड के भातगांव पंचायत की मुनिया देवी को बीएलओ अमरनाथ नायक ने नोटिस थमाया है। मुनिया बताती हैं कि उनकी मां पिछले 8 साल से भारत में रह रही हैं और उनके पास आधार कार्ड भी है, लेकिन 2003 की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है। किशनगंज के सीमांचल क्षेत्र में मुस्लिम आबादी और भारत-नेपाल के वैवाहिक रिश्ते प्रचलित हैं। इनके बीच इस कार्रवाई से बेचैनी बढ़ गई है। पूर्व मुखिया अब्दुल मन्नान का कहना है कि गरीबी और बाढ़ के कारण कई लोगों के पास पुराने दस्तावेज नहीं हैं। एआईएमआईएम जैसे दल इसे अल्पसंख्यक समुदायों पर निशाना मानते हैं, जबकि बीजेपी अवैध घुसपैठ का आरोप लगाती है। विदित हो कि दस्तावेज जमा करने की अंतिम तारीख 1 सितंबर 2025 थी और अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित होनी है।
कोयलांचल लाइव डेस्क
Disclaimer:
Tags:
0 comments. Be the first to comment.
सम्बंधित खबरें
#
एसएनएमएमसीएच के डायलिसिस व्यवस्था पर विधानसभा में गरजी विधायक रागिनी सिंह
#
बरोरा महाप्रबंधक कार्यालय पर ग्रामीणों ने कटा बवाल, बैठे धरने पर, कहा...
#
टाटा स्टील के सीएसआर से स्थायी नागरिक सुविधा की संजीव सरदार ने उठाई की मांग
#
डोमगढ़ में गठबंधन के नेताओ ने भरी हुंकार,अनुपमा सिंह ने प्रबंधन को चेताया कहा…
#
धनबाद के नामी उद्यमी रवि बुंदेला ने की राजनीति में एंट्री ,महापौर पद पर ठोकेंगे दावा!
ट्रेंडिंग न्यूज़
#
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर जमशेदपुर में बनी बड़ी पत्रकार संगोष्ठी वरिष्ठों ने खोले मीडिया के बदलते दौर के राज...
#
अमेरिकी व्लॉगर का मन्नत हुआ पूरा, गंगा तट पर सिर मुंडवाया
#
हर घर स्वदेशी, हर दिल देशी: भाजपा की वरिष्ठ नेत्री बबीता झा ने जामताड़ा में दिया जागरूकता का संदेश
#
कोलकाता के कांवरियों का कांवड़ बना आकर्षण का केंद्र
#
इमेजिका हेल्थ स्कैन में विश्व हृदय दिवस पर आयोजित किया गया हृदय स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम