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याद किए गए कवि श्रीकांत वर्मा--उनके साहित्यिक अवदान पर हुआ चर्चा
26-05-2022
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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के विलासपुर में प्रख्यात हिंदी कवि स्वर्गीय श्रीकांत वर्मा के साहित्यिक अवदान पर श्रीकांत वर्मा पीठ की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्रीकांत वर्मा के कृतित्व पर व्याख्यान और काव्य पाठ का आयोजन हुआ जिसमें उपस्थित साहित्यकारों ने अपने अपने विचार रखे। उपस्थित साहित्यकारों में श्रीकांत वर्मा की पुत्रवधू एंका वर्मा, शरद कोकास, विनय साहिब, विश्वासी एक्का, प्रख्यात कवि नरेश सक्सेना, संजय अलंग, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, देवघर दास आदि प्रमुख थे। आपको बता दें कि श्रीकांत वर्मा एक अच्छे कथाकार ,समीक्षक और कवि के रूप में जाने जाते हैं। बाद में वह राजनीति से भी जुड़ें थे तथा कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा के सदस्य भी चुने गए थे। 1957 में प्रकाशित 'भटका मेघ', 1967 में प्रकाशित 'मायादर्पण' और 'दिनारम्भ', 1973 में प्रकाशित 'जलसाघर' और 1984 में प्रकाशित 'मगध' इनकी काव्य-कृतियाँ हैं।
कोयलांचल लाइव डेस्क
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