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DRDO ने किया ULPGM-V3 मिसाइल का सफल परीक्षण, ड्रोन से दागी जाने वाली अत्याधुनिक हथियार प्रणाली से बढ़ेगी सेना की ताकत

7/25/2025 3:55:37 PM IST

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कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Edited By – Saba Afrin
 
भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने आंध्र प्रदेश में ड्रोन से दागी जाने वाली अत्याधुनिक मिसाइल ULPGM-V3 का सफल परीक्षण किया है।  ये मिसाइल कई तरह के वारहेड से लैस है।  दिन-रात किसी भी मौसम में सटीक निशाना लगा सकती है। 
आंध्र प्रदेश के कर्नूल में देश की सुरक्षा को और मजबूत करने वाली एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ड्रोन से दागी जाने वाली एडवांस्ड प्रिसीजन गाइडेड मिसाइल ULPGM-V3 का सफल परीक्षण किया है।  यह मिसाइल पहले के मॉडल ULPGM-V2 से और ज्यादा आधुनिक और घातक मानी जा रही है।  आइए जानते हैं ULPGM-V3 मिसाइल की खास बातें। 
ULPGM-V3 यानी Unmanned Aerial Vehicle Launched Precision Guided Missile. यानी ऐसी मिसाइल जो बिना पायलट वाले ड्रोन से छोड़ी जाती है और बिल्कुल सही निशाना लगाती है। इसमें हाई डेफिनिशन डुअल-चैनल सीकर लगा है, जिससे यह दिन-रात और हर मौसम में सही टारगेट को पहचान कर हमला कर सकती है. इसे मैदान और ऊंचाई वाले दोनों इलाकों में इस्तेमाल किया जा सकता है। 
 
इस मिसाइल में तीन तरह के वारहेड लगाए जा सकते हैं:
 
एंटी-आर्मर वॉरहेड: जो आधुनिक टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों को तबाह कर सकता है.
पेनिट्रेशन-कम-ब्लास्ट वॉरहेड: जो बंकर और छिपे हुए ठिकानों को भी खत्म कर सकता है.
प्री-फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड: जो ज्यादा बड़े इलाके में भारी नुकसान कर सकता है। 
 
टेस्ट कैसे हुआ?
 
इस मिसाइल को एक ड्रोन से छोड़ा गया, जिसे बेंगलुरु की भारतीय स्टार्ट-अप कंपनी न्यूस्पेस रिसर्च टेक्नोलॉजीज ने तैयार किया है. DRDO अब इस मिसाइल को लंबी रेंज और ज्यादा समय तक उड़ने वाले ड्रोन में भी लगाने की तैयारी कर रहा है, ताकि सेना को और ताकत मिले. इस खास प्रोजेक्ट में DRDO के साथ-साथ अडानी डिफेंस, भारत डायनामिक्स लिमिटेड और करीब 30 छोटी भारतीय कंपनियों और स्टार्ट-अप्स ने भी योगदान दिया है। 
रक्षा मंत्री ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO और सभी भारतीय कंपनियों को इस बड़ी कामयाबी के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि अब भारत खुद ऐसी अत्याधुनिक रक्षा तकनीक बना और तैयार कर सकता है. DRDO के चेयरमैन डॉ. समीर वी कामत ने कहा कि यह मिसाइल आज के दौर की जरूरत है और इससे भारतीय सेना को बड़ी ताकत मिलेगी। 
 
क्यों जरूरी है ऐसी मिसाइल?
 
आज के समय में ड्रोन युद्ध और स्मार्ट हथियारों का जमाना है. दुश्मन के इलाके में बिना सैनिक भेजे, ड्रोन से ऐसी मिसाइल दागकर सुरक्षित रहते हुए हमला करना बहुत बड़ी रणनीतिक ताकत बन गया है. ULPGM-V3 जैसी मिसाइलें भारत को भविष्य के युद्धों के लिए पूरी तरह तैयार करती हैं। 
 
कोयलांचल लाइव डेस्क