Date: 12/08/2025 Tuesday ABOUT US ADVERTISE WITH US Contact Us

उत्तर प्रदेश की एक रहस्यमयी मंदिर नाग देवता की  : यहां असफल रही है छत बनवाने की तमाम कोशिशें  

7/29/2025 5:03:31 PM IST

65
कोयलांचल लाइव डेस्क, Koylachal Live News Team
Orraiya :  उत्तर प्रदेश के औरैया जिला स्थित  दिबियापुर अंतर्गत सेहुद गांव में एक ऐसा रहस्यमयी नाग मंदिर स्थित हैजिसको  लेकर स्थानीय मान्यताओं और रहस्यों का सिलसिला सदियों से चली आ रही है। यह प्राचीन मंदिर धौरा नाग मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि आज तक कोई भी इसकी छत नहीं बनवा पाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जो भी व्यक्ति मंदिर में छत बनवाने की कोशिश करता है, उसकी या उसके परिवार के किसी सदस्य की असमय मृत्यु हो जाती है। मंदिर पर कभी बनाई गई छतें अपने आप गिर जाती हैं।यह  किस्सा आज भी लोगों के बीच चर्चा की  विषय बना हुई  है—गांव के एक इंजीनियर ने मंदिर पर छत बनवाने की कोशिश की थी, लेकिन कुछ ही समय बाद उसके दोनों बच्चों की मौत हो गई, और अगली सुबह मंदिर की छत खुद-ब-खुद गिर गई।
 
मना है मंदिर से कुछ भी ले जाना :
 
यह मंदिर हमेशा खुला रहता है और इसके भीतर सदियों पुरानी खंडित मूर्तियां मौजूद हैं। लेकिन मान्यता है कि मंदिर से कोई भी वस्तु घर ले जाना अशुभ होता है। 1957 में इटावा के तत्कालीन जिलाधिकारी ने यहां से एक मूर्ति ले ली थी, लेकिन अजीब घटनाओं के बाद उन्हें मूर्ति लौटानी पड़ी। ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं जब लोग मंदिर से कुछ ले जाने के बाद अजीब घटनाओं से डरकर उसे वापस करने आए।
 
नाग पंचमी पर लगता है यहां मेला :
 
नाग पंचमी पर हर वर्ष इस मंदिर में विशेष पूजा होती है। आसपास के गांवों से लोग नाग देवता की आराधना करने आते हैं। इस दिन भव्य मेला और दंगल का आयोजन भी होता है।
 
धरोहर या रहस्य :
 
कहा जाता है कि 11वीं शताब्दी के इस मंदिर को मोहम्मद गजनवी के आक्रमणकाल से जोड़कर देखा जाता है और इसे मंदिरों के विनाश के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है।
 
 
कोयलांचल लाइव डेस्क